देहरादून : बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर गौचर तलधारी के पास पहाड़ी से भारी मलबा और बोल्डर गिरने से मार्ग पूरी तरह बंद हो गया। मलबे के कारण वहां से गुजर रहे लोग बाल-बाल बचे। चमोली पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें मलबा हटाने में जुटी हैं, लेकिन लगातार बारिश और पत्थरों के गिरने से काम में बाधा आ रही है। यात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर रुकने और मार्ग खुलने तक इंतजार करने की अपील की गई है।
कर्णप्रयाग-नेनीसेन मार्ग: कर्णप्रयाग-नेनीसेन मोटर मार्ग पर आईटीआई से 500 मीटर आगे पहाड़ी से चट्टान टूटने के कारण सड़क अवरुद्ध हो गई। इससे कपिरी पट्टी के लोगों को डिम्मर-सिमली होकर कर्णप्रयाग पहुंचना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन और पीडब्ल्यूडी सड़क खोलने के प्रयास में जुटे हैं।
यमुनोत्री: बड़कोट में लगातार बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे और ग्रामीण संपर्क मार्ग कई जगह मलबे से बाधित हैं। सिलाई बैंड के पास बादल फटने से हुए भूस्खलन में 8-9 मजदूर लापता हैं, और रेस्क्यू कार्य मौसम की खराबी के कारण प्रभावित हो रहा है।
स्याना चट्टी में यमुना नदी पर बनी झील यथावत है, जिससे स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है। यमुना और सहायक नदियां उफान पर हैं। एनएच और पीडब्ल्यूडी टीमें मार्ग खोलने में जुटी हैं, लेकिन बारिश चुनौती बनी हुई है।
मौसम विभाग ने देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चम्पावत और ऊधमसिंह नगर में आज तक भारी से अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। चारधाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित है, और प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने की अपील की है।