हल्द्वानी। उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) द्वारा सहायक अभियंताओं की वरिष्ठता सूची जारी किए जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। उत्तराखंड पॉवर जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन और उत्तरांचल पॉवर इंजीनियर्स एसोसिएशन इस मुद्दे पर एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हो गए हैं।
जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने सोमवार को मुख्य अभियंता राजेंद्र गुंज्याल को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपकर 4 जून को जारी वरिष्ठता सूची को निरस्त करने की मांग की। उनका कहना है कि सूची में 2008-09 में तैनात इंजीनियरों को शामिल नहीं किया गया, जबकि 2010 के बाद भर्ती इंजीनियरों को जगह दी गई।
एसोसिएशन ने हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन में संशोधित सूची जारी करने की मांग की। इसके बाद अभियंताओं ने कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत और लालकुआं विधायक मोहन बिष्ट से मुलाकात कर अपनी बात रखी।
वहीं, उत्तरांचल पॉवर इंजीनियर्स एसोसिएशन ने यूपीसीएल की वरिष्ठता सूची को नियमों के अनुसार बताया और जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। एसोसिएशन के महासचिव राहुल चानना ने कहा कि सूची में रोटा-कोटा नियमों का पालन किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मूल निवासी सहायक अभियंताओं की पदोन्नति रोकने का भ्रम फैलाया जा रहा है, जबकि सीधी भर्ती और पदोन्नत दोनों तरह के अभियंता उत्तराखंड के मूल निवासी हैं। सूची में सीधी भर्ती और पदोन्नत अभियंताओं को समान अवसर दिए गए हैं, ताकि सभी को अधिशासी अभियंता के पद पर पदोन्नति मिल सके। उन्होंने नियमों के अनुरूप बनी सूची पर शीघ्र पदोन्नति आदेश जारी करने की मांग की।