पहलगाम आतंकी हमले में 2 स्थानीय और 3 पाकिस्तानी आतंकी शामिल, सैफुल्लाह खालिद मास्टरमाइंड; NIA जांच शुरू

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दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 27 लोगों की मौत हो गई, जिसमें उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, नेपाल और यूएई के पर्यटक के साथ-साथ 2 स्थानीय लोग शामिल हैं। 20 से अधिक लोग घायल हैं।

यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला है, जिसमें 40 CRPF जवान शहीद हुए थे।सुरक्षा और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने हमले में शामिल संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं, जिनके नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा बताए गए हैं।

इंटेलिजेंस सूत्रों के अनुसार, हमले का मास्टरमाइंड लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद उर्फ सैफुल्लाह कासूरी है, जो पाकिस्तान में सक्रिय है और LeT के संस्थापक हाफिज सईद का करीबी सहयोगी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि हमले में 5 आतंकी शामिल थे, जिनमें 2 स्थानीय (अदिल ठोकर और आसिफ, बिजबेहरा और त्राल से) और 3 पाकिस्तानी आतंकी थे।

हमलावरों ने हमले से पहले क्षेत्र की गहन रेकी की थी और स्थानीय स्लीपर सेल की मदद ली थी।हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है, जो 2019 में आर्टिकल 370 हटने के बाद बना था। TRF ने दावा किया कि यह हमला कश्मीर में “85,000 गैर-स्थानीय लोगों को डोमिसाइल देने” और “जनसांख्यिकीय परिवर्तन” के खिलाफ था।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हमले में पाकिस्तान का हाथ होने से इनकार किया है, इसे “स्थानीय लोगों का विद्रोह” करार दिया।नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की एक टीम जांच के लिए पहलगाम पहुंच चुकी है और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है।

NIA ने मौके से बुलेट शेल और अन्य साक्ष्य एकत्र किए हैं, साथ ही प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस ने पूछताछ के लिए सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया है। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है और हेलिकॉप्टर से निगरानी की जा रही है।

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जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। शाह ने श्रीनगर में पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी और पहलगाम में स्थिति का जायजा लिया। मोदी ने कहा, “हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा।

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