ऋषिकेश: मुनि की रेती पुलिस ने अमीन कमलेश्वर प्रसाद भट्ट की हत्या के मामले में नेपाली मूल के 19 वर्षीय युवक विकास उर्फ विको को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है। हत्या का कारण शराब पीने के बाद हुआ विवाद बताया गया है।
16 अप्रैल 2025 को चंद्रभागा नदी के किनारे एक शव मिला, जिसके सिर और चेहरे को पत्थरों से बुरी तरह कुचला गया था। पुलिस ने शव की पहचान कमलेश्वर भट्ट (51), नरेंद्रनगर तहसील में अमीन के रूप में कार्यरत, ढालवाला निवासी के रूप में की। मृतक के भाई जितेंद्र भट्ट की शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में अज्ञात के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज की गई, जिसे बाद में मुनि की रेती थाने को हस्तांतरित किया गया।
आरोपी की गिरफ्तारी और खुलासा
शनिवार देर शाम मुनि की रेती पुलिस ने विकास उर्फ विको, मूल रूप से नेपाल के डांग जिले का निवासी, को श्रीदेव सुमन मार्ग, ढालवाला से गिरफ्तार किया। पूछताछ में विकास ने बताया कि शराब पीने के बाद कमलेश्वर भट्ट के साथ उसका किसी बात पर विवाद हो गया। गुस्से में उसने पास पड़े पत्थर से भट्ट के सिर और चेहरे पर वार कर हत्या कर दी। विकास हाल ही में नेपाल से ऋषिकेश आया था और अपने फूफा विजय थापा के साथ रह रहा था। घटना के बाद विजय थापा नेपाल भाग गया, जबकि विकास भी फरार होने की योजना बना रहा था।
पुलिस के लिए यह मामला पूरी तरह ब्लाइंड था, क्योंकि मृतक और आरोपी के बीच कोई पूर्व परिचय नहीं था। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास 75 सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें मृतक को एक युवक के साथ नदी की ओर जाते देखा गया। फुटेज में युवक बाद में एक पैर में अपनी चप्पल और एक पैर में मृतक का सैंडल पहने दिखा। घटनास्थल पर एक चप्पल और एक सैंडल मिला, जिससे पुलिस का शक पुख्ता हुआ कि हत्यारा सैंडल पहनकर भागा। इस सुराग ने विकास की पहचान और गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई।
पुलिस की कार्रवाई और पुरस्कार
एसएसपी टिहरी आयुष अग्रवाल ने बताया कि विकास की पहचान में समय लगा, क्योंकि वह हाल ही में नेपाल से आया था। पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने समन्वय के साथ काम कर मामले का खुलासा किया। इसके लिए विवेचना टीम को 20,000 रुपये के पुरस्कार की घोषणा की गई। पूर्व पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने भी पुलिस को 51,000 रुपये का चेक प्रदान किया, जिसे पुलिस ने लेने में असमर्थता जताई। रतूड़ी ने कहा कि यह राशि पुलिस के मनोबल बढ़ाने के लिए खर्च की जाएगी।