बदरीनाथ।चारधाम यात्रा 2025 के अंतर्गत बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 2 मई 2025 को वैदिक मंत्रोच्चार और मंगल गीतों के बीच आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी, रावल (मुख्य पुजारी) अमरनाथ नंबूदरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, और वेदपाठी योग ध्यान बदरी मंदिर, पांडुकेश्वर पहुंचे। इस दौरान ज्योतिर्मठ नगरी “जय बदरी विशाल” के उद्घोष से गूंज उठी।
शनिवार, 3 मई को कुबेर जी, उद्धव जी की उत्सव डोली, गाडू घड़ा तेल कलश, और शंकराचार्य की गद्दी बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होगी।बदरीनाथ मंदिर के कपाट 4 मई 2025 को ब्रह्ममुहूर्त में सुबह 6:00 बजे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे। शुक्रवार को ज्योतिर्मठ के नृसिंह मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना हुई, जिसमें उत्तराखंड के साथ-साथ अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
सुबह 10 बजे पूजा संपन्न होने के बाद शंकराचार्य की गद्दी को मंगल गीतों और स्थानीय महिलाओं के पारंपरिक स्वागत के साथ पांडुकेश्वर के लिए विदा किया गया।श्रद्धालुओं में उत्साह: केदारनाथ और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के बाद अब बदरीनाथ धाम की तैयारियों ने श्रद्धालुओं में उत्साह बढ़ा दिया है। यात्रा मार्गों पर सुधरी सड़कें, मजबूत सुरक्षा व्यवस्था, और प्रशासन की चुस्त व्यवस्थाओं ने श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है।