सितारगंज। पूजा मंडल हत्याकांड में पुलिस और प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हत्यारोपी मुश्ताक के सितारगंज के गौरीखेड़ा में बने अवैध मकान को ध्वस्त कर दिया। यह जमीन एसटी वर्ग के मथुरा प्रसाद के नाम पर दर्ज है, जिस पर मुश्ताक के पिता अली अहमद ने अवैध रूप से निर्माण कराया था। संयुक्त पुलिस टीम को मकान में कोई नहीं मिला, और घर में रखे सामान की फर्द तैयार कर ली गई।
हत्याकांड का विवरण:
बुधवार को खटीमा के अंडरपास काली पुलिया के पास नदन्ना नहर में 32 वर्षीय पूजा मंडल की सिर कटी, सड़ी-गली लाश बरामद हुई थी। पूजा, नानकमत्ता की बंगाली कॉलोनी की निवासी थी और पांच महीने से लापता थी। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 19 दिसंबर 2024 को गुरुग्राम के सेक्टर-5 थाने में दर्ज की गई थी। हरियाणा पुलिस ने सितारगंज के गौरीखेड़ा निवासी टैक्सी चालक मुश्ताक को गिरफ्तार किया, जिसने पूजा की हत्या की बात कबूल की।
हत्याकांड की पृष्ठभूमि:
मुश्ताक और पूजा का प्रेम प्रसंग 2022 से चल रहा था। दोनों गुरुग्राम में लिव-इन रिलेशनशिप में थे, जहां पूजा अपनी बहन के साथ स्पा सेंटर में काम करती थी। नवंबर 2024 में मुश्ताक ने दूसरी युवती से निकाह कर लिया, जिसका पूजा ने विरोध किया। 16 नवंबर 2024 को मुश्ताक ने पूजा को खटीमा के नदन्ना नहर के पास ले जाकर चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। उसने पूजा का सिर धड़ से अलग कर धड़ को चादर में लपेटकर और सिर को कट्टे में डालकर नहर में फेंक दिया।
पुलिस की कार्रवाई:
हरियाणा पुलिस ने मुश्ताक को सितारगंज से गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर पूजा का सिर कटा शव नदन्ना नहर से बरामद किया।शनिवार को गुरुग्राम पुलिस ने सिर की तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली।घटनास्थल के पास से पूजा का मोबाइल और हत्या में प्रयुक्त चाकू मुश्ताक की बहन फूलबानो के घर (नई बस्ती, अमाऊं) से बरामद किया गया।मुश्ताक की बहन और परिवार के अन्य सदस्य घर पर नहीं मिले।मुश्ताक वर्तमान में हरियाणा जेल में बंद है और छह दिन के पुलिस रिमांड पर है।
अवैध निर्माण पर कार्रवाई:
सितारगंज पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने मुश्ताक के अवैध मकान को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई अवैध निर्माण के खिलाफ चल रहे अभियान और हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए की गई। पुलिस ने बताया कि मथुरा प्रसाद की जमीन पर बना यह मकान बिना किसी वैध दस्तावेज के बनाया गया था।