पिथौरागढ़। तहसील डीडीहाट, जनपद पिथौरागढ़ में नियुक्त कानूनगो नारायण सिंह करायत को सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने 40,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कानूनगो ने जमीन की नाप के एवज में रिश्वत की मांग की जा रही थी।
शिकायतकर्ता ने टोल-फ्री नंबर 1064 के माध्यम से सतर्कता अधिष्ठान से संपर्क कर शिकायत दर्ज की थी। शिकायत में कहा गया कि तहसील डीडीहाट में उनके दो मंजिला मकान का निर्माण कार्य भूमि की नाप न होने के कारण कानूनगो नारायण सिंह करायत ने रुकवा दिया था। इसके साथ ही, तोक छनपट्टा में प्रस्तावित मकान की जमीन की नाप के लिए कानूनगो ने 25,000-25,000 रुपये, कुल 50,000 रुपये रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता के अनुरोध पर आरोपी 40,000 रुपये रिश्वत लेने के लिए सहमत हो गया।
जांच और कार्रवाई
शिकायत की जांच सतर्कता अधिष्ठान, नैनीताल सेक्टर, हल्द्वानी में नियुक्त निरीक्षक को सौंपी गई। जांच में यह तथ्य सामने आया कि कानूनगो नारायण सिंह करायत ने शिकायतकर्ता के निर्माण कार्य को रुकवाया और जमीन की नाप के लिए रिश्वत की मांग की। प्रथम दृष्टया शिकायत सही पाए जाने पर पुलिस उपाधीक्षक अनिल सिंह मनराल के पर्यवेक्षण और निरीक्षक प्रकाश चंद्र जोशी के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया।
सतर्कता अधिष्ठान, हल्द्वानी की ट्रैप टीम ने कार्रवाई करते हुए शुक्रवार सुबह तहसील डीडीहाट परिसर में स्थित कानूनगो के सरकारी आवास से नारायण सिंह करायत को 40,000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
आरोपी का विवरण नाम:
नारायण सिंह करायतपद: कानूनगो, तहसील डीडीहाट, जनपद पिथौरागढ़ वर्तमान पता: निकट जे.एम.के. टाइल्स की दुकान, मोहल्ला खोल्टा, जनपद अल्मोड़ा मूल निवासी: ग्राम पजीना, पट्टी शहरू, तहसील रानीखेत, जनपद अल्मोड़ा