तुर्किये का साथ छोड़ा, देशहित में IIT रुड़की का बड़ा फैसला

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रूड़की।भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भारतीय शिक्षण संस्थानों ने तुर्किये से दूरी बनाने का सिलसिला तेज कर दिया है। इसी कड़ी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) रुड़की ने तुर्किये के इनोनू विश्वविद्यालय के साथ जनवरी 2025 में शुरू हुए पांच साल के शैक्षणिक समझौते को रद्द कर दिया है। संस्थान ने इसे राष्ट्रीय हित में लिया गया फैसला बताया है।
IIT रुड़की ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि इनोनू विश्वविद्यालय के साथ समझौता ज्ञापन (MoU) को औपचारिक रूप से समाप्त कर दिया गया है। यह MoU छात्र-संस्थान आदान-प्रदान और संयुक्त अनुसंधान जैसे शैक्षणिक सहयोग की रूपरेखा प्रदान करता था। संस्थान ने स्पष्ट किया कि यह फैसला हाल के भू-राजनीतिक घटनाक्रमों, खासकर तुर्किये के पाकिस्तान समर्थक रुख और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के खिलाफ उसकी आलोचना को देखते हुए लिया गया है।

संस्थान के निदेशक प्रो. कमल किशोर पंत ने कहा, “IIT रुड़की राष्ट्रीय नीतियों और सामरिक हितों के साथ दृढ़ता से खड़ा है। हमारी वैश्विक साझेदारियां देश के मूल्यों, प्राथमिकताओं और सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाई जाएंगी। हमारा ध्यान ऐसी जिम्मेदार शैक्षणिक साझेदारियों पर है, जो भारत की प्रगति और वैश्विक छवि को मजबूत करें।”

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