छोटा ठेला, बड़ा घोटाला: दमोह के युवक के नाम से 50 करोड़ का कारोबार, GST विभाग ने झटका दिया

खबर शेयर करें

अंडे वाले से 6 करोड़ का जीएसटी बकाया! पैन-आधार चोरी कर किसने खोली दिल्ली की कंपनी?

मध्यप्रदेश। जिंदगी में कभी-कभी अंडे भी बोल पड़ते हैं, और कभी-कभी उन्हीं अंडों की वजह से आपको करोड़ों के टैक्स का बिल भी थमा दिया जाता है! यह कहानी है प्रिंस (30 वर्ष) की, जो दमोह में रोजाना सुबह 5 बजे उठकर अंडे का ठेला लगाते हैं। मगर, उनकी साधारण जिंदगी में तब भूचाल आ गया, जब उन्हें वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विभाग का एक नोटिस मिला, जिसमें 6 करोड़ रुपए का बकाया टैक्स बताया गया। हैरानी की बात यह कि नोटिस में प्रिंस को दिल्ली की एक कंपनी का मालिक बताया गया, जिसका सालाना टर्नओवर 50 करोड़ रुपए दर्ज है। नोटिस मिलने के बाद प्रिंस ही नहीं, पूरा परिवार परेशान है। उन्होंने मामले की शिकायत आयकर विभाग और एसपी से की है। अधिकारियों ने जांच कराने की बात कही है।

दिल्ली में कंपनी बनी, 2022-23 का टैक्स बकाया
दमोह में पथरिया के वार्ड नंबर 14 में रहने वाला प्रिंस ठेला लगाकर अंडे बेचने का काम करता है। बीती 18 मार्च को उसके नाम से घर पर एक रजिस्टर्ड डाक आई। इसमें इनकम टैक्स विभाग का नोटिस निकला। इस नोटिस में लिखा है कि साल 2022 में प्रिंस इंटरप्राइजेज नाम से दिल्ली के स्टेट जोन 3 (वार्ड 33) में एक फर्म संचालित की गई। इस कंपनी ने 2022-23 में करीब 50 करोड़ रुपए के चमड़ा, लकड़ी और आयरन का कारोबार किया। लेकिन जीएसटी का भुगतान नहीं किया गया। कंपनी पर करीब 6 करोड़ की जीएसटी का भुगतान बकाया है।

किसी को नहीं दिया पैन और आधार कार्ड
प्रिंस ने बताया कि वह 2023 में मजदूरी करने के लिए इंदौर गया था। वहां उसने करीब 1 साल काम किया। इस दौरान अपना पैन और आधार कार्ड किसी को भी नहीं दिया। फिलहाल पथरिया में अंडे का ठेला लगाकर अपने परिवार का गुजारा कर रहा है। पिता श्रीधर सुमन छोटी किराना दुकान चलाते हैं।

यह भी पढ़ें 👉  भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव टल सकता है, प्रदेश अध्यक्ष चुनाव और RSS की बैठक के चलते देरी