अतिवृष्टि से नंदप्रयाग में मची तबाही, बरसाती गदेरे ने बाजार में बिखेरा मलबा

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गोपेश्वर। नंदप्रयाग क्षेत्र में गुरुवार को भारी बारिश ने कहर बरपाया। धारकोट और ग्वाईं गांव के बीच बहने वाला बरसाती गदेरा उफान पर आ गया, जिससे नंदप्रयाग बाजार में हड़कंप मच गया। गदेरे का मलबा बदरीनाथ हाईवे के रास्ते बाजार की दुकानों तक जा पहुंचा, जिससे तीन दुकानों में भारी नुकसान हुआ। शाम को बारिश थमने के बाद ही लोगों ने राहत की सांस ली।

कैसे बनी आफत?
अपराह्न साढ़े चार बजे शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने गदेरे को उग्र कर दिया। बदरीनाथ हाईवे पर अधूरी पड़ी नाली के कारण मलबा सीधे नंदप्रयाग बाजार की ओर बह गया। मोहित, सूरज और सतीश कंडेरी की दुकानों में मलबा घुस गया, जिससे सामान को भारी नुकसान पहुंचा। बाजार में खड़े वाहन भी मलबे की चपेट में आ गए, जिन्हें बाद में हटाया गया। जीआईसी नंदप्रयाग के पास वाले गदेरे में पानी बढ़ने से अलकनंदा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई।

पोखरी में ओलावृष्टि ने फसलों को किया बर्बाद
नंदप्रयाग ही नहीं, आसपास के क्षेत्र भी बारिश और ओलावृष्टि की मार से अछूते नहीं रहे। पोखरी क्षेत्र में करीब 15 मिनट तक हुई ओलावृष्टि ने गेहूं और सब्जी की फसलों को पूरी तरह तबाह कर दिया।

मलबे ने रोका रास्ता
नंदानगर में भेंटी-लांखी मोटर मार्ग पर मलबा आने से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। उधर, नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण सड़क पर एक पेड़ टूटकर गिरने से यातायात करीब दो घंटे तक बाधित रहा। सूचना मिलते ही फायर सर्विस गोपेश्वर की टीम ने कटर मशीन से पेड़ को हटाकर रास्ता खोला।

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