रामनगर। रामनगर में रानीखेत रोड पर स्थित कांग्रेस कार्यालय के कब्जे को लेकर सोमवार सुबह कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत और कार्यालय के स्वामी नीरज अग्रवाल के बीच विवाद गहरा गया। सोमवार सुबह नीरज अग्रवाल ने कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया। इसकी जानकारी मिलने पर पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और ताला लगाने का विरोध किया।
इसके बाद दोनों पक्षों में तीखी बहस और विवाद शुरू हो गया। वर्तमान में नीरज अग्रवाल और उनके समर्थक कार्यालय के अंदर मौजूद हैं, जबकि रणजीत रावत और उनके समर्थक बाहर डटे हुए हैं।
विवाद के दौरान नीरज अग्रवाल के समर्थकों ने कार्यालय के बाहर लगी कांग्रेस की फ्लेक्सी को भी हटा दिया। यह कार्यालय वर्तमान में रणजीत सिंह रावत की देखरेख में संचालित हो रहा था। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस और सीमा सुरक्षा बल के जवान मौके पर तैनात किए गए हैं।
पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में तनाव
विवाद के दौरान स्थिति तब और बिगड़ गई, जब पुलिस ने कार्यालय पर लगाए गए ताले को तोड़ने की कोशिश में पुलिस और रणजीत रावत के समर्थकों के बीच तीखी नोकझोंक और धक्कामुक्की हुई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।रणजीत रावत और उनके समर्थकों का आरोप है कि पुलिस ने पक्षपातपूर्ण कार्रवाई की। फिलहाल, स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।