चमोली: थराली का निर्माणाधीन वैली ब्रिज ढहा, DM ने PWD से 48 घंटे में मांगा जवाब, लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी

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चमोली। जिले के थराली तहसील में रतगाँव के पास लोक निर्माण विभाग (PWD) का 60 मीटर लंबा निर्माणाधीन वैली ब्रिज अचानक ध्वस्त हो गया। पिछले एक महीने से बन रहे इस पुल के बिना प्रतिकूल मौसम के ढहने से निर्माण की गुणवत्ता और PWD की कार्यशैली पर सवाल उठे हैं। घटना ने स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों में आक्रोश पैदा किया है। जिला प्रशासन ने इसे शासकीय धन के दुरुपयोग और गंभीर लापरवाही का मामला मानते हुए PWD से 48 घंटे में स्पष्टीकरण मांगा है।

थराली के रतगाँव को जोड़ने के लिए बन रहा यह वैली ब्रिज क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के लिए महत्वपूर्ण था। 4 जून 2025 को बिना किसी प्राकृतिक आपदा के पुल का ढहना निर्माण में खामियों की ओर इशारा करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना ठेकेदार की लापरवाही, खराब सामग्री या डिजाइन त्रुटि का परिणाम हो सकती है।

जिला प्रशासन का कड़ा रुख

जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए PWD के अधिशासी अभियंता दिनेश मोहन गुप्ता को 4 जून 2025 को नोटिस जारी किया। नोटिस में निम्नलिखित सवालों पर जवाब मांगा गया है:पुल ढहने का कारण: बिना मौसमी प्रभाव के निर्माणाधीन पुल क्यों ढहा?जिम्मेदारी का निर्धारण: ठेकेदार, सामग्री की गुणवत्ता, डिजाइन त्रुटि या अन्य कारकों में से कौन जिम्मेदार है?शासकीय धन की बर्बादी: इस घटना से जनहित के कार्यों में देरी और सरकारी धन के दुरुपयोग पर स्थिति स्पष्ट करें।DM ने अधिशासी अभियंता को 6 जून 2025 तक जवाब देने का अल्टिमेटम दिया है। जवाब न मिलने पर अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

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