देहरादून। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तराखंड राज्य के केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के लिए दो रोपवे परियोजनाओं को मंज़ूरी दी है। बुधवार को कैबिनेट ने सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम और गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब के लिए जिन रोपवे परियोजनाओं को मंज़ूरी दी है उससे इन धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को काफ़ी फ़ायदा होगा।

भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय के मुताबिक़ सोनप्रयाग से केदारनाथ के बीच रोपवे की लंबाई 12.9 किलोमीटर होगी और इसके निर्माण पर चार हज़ार करोड़ से ज़्यादा का ख़र्च होगा.
जबकि हेमकुंड साहिब रोपवे प्रोजेक्ट पर क़रीब दो हज़ार सात सौ करोड़ रुपये ख़र्च होंगे और इस रोपवे की लंबाई 12.4 किलोमीटर होगी। केदारनाथ धाम साल भर में 6 से 7 महीने तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है और अप्रैल-मई से लेकर अक्तूबर-नवंबर के बीच यहां हर साल क़रीब 20 लाख श्रद्धालु पहुंचते हैं।
वहीं चमोली ज़िले के हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे में मई से सितंबर के बीच क़रीब डेढ़ से दो लाख़ श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिस वक़्त यह गुरुद्वारा खुला रहता है।