हल्द्वानी।जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण ने बुधवार को हल्द्वानी के डहरिया क्षेत्र में धान मिल तिराहे के समीप मुनिंदर धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा संचालित बाबा रामपाल के संतलोक आश्रम को सील कर दिया। यह कार्रवाई अवैध निर्माण और आश्रम की संदिग्ध गतिविधियों की शिकायतों के बाद की गई।
प्राधिकरण की टीम ने भारी पुलिस और अर्धसैनिक बलों की मौजूदगी में आश्रम के सभी कमरों और मुख्य गेट को सील किया।
क्या था मामला?
जांच में पाया गया कि आश्रम का भवन मानचित्र आवासीय श्रेणी में स्वीकृत था, लेकिन संचालकों ने नियमों का उल्लंघन करते हुए भूतल, प्रथम तल और आंशिक द्वितीय तल पर सैट बैक को प्रभावित कर अतिरिक्त निर्माण कराया। प्राधिकरण ने पहले आश्रम संचालकों को नोटिस जारी किया और चालान भी किया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। संयुक्त सचिव और सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी ने बताया कि मामला उनकी कोर्ट में विचाराधीन था। उत्तराखंड नगर एवं ग्राम नियोजन तथा विकास अधिनियम 1973 की धारा 15 के तहत नियमविरुद्ध निर्माण और आश्रम में भीड़ के कारण शांति भंग व जनहानि की आशंका को देखते हुए सीलिंग के आदेश दिए गए।
स्थानीय लोगों की शिकायतें और संदिग्ध गतिविधियां
डहरिया में आश्रम की स्थापना के बाद से ही बाहरी लोगों का आना जाना था। 29 अप्रैल 2025 को आश्रम में 500 से अधिक लोग एकत्र हुए थे। 3 मई 2025 को क्षेत्रवासियों ने नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की। उनकी शिकायत थी कि आश्रम में देर रात बाहरी पुरुष और महिलाएं आती थीं, जो सुबह होने से पहले चली जाती थीं। हर रविवार को 100-200 बाहरी लोग यहां पहुंचते थे।