ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ऋषिकेश में कोरोना वायरस के तीन नए मामले सामने आए हैं, जिनमें गुजरात का एक तीर्थ यात्री भी शामिल है, जिसे कोरोना संदिग्ध माना जा रहा है। इस यात्री की जांच एम्स में चल रही है। एम्स प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए सतर्कता बरतने और एहतियाती कदम लागू करने की जानकारी दी है।मामलों का विवरण
एम्स प्रशासन के अनुसार, तीन मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इनमें से एक मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है, जबकि दूसरा मरीज, जो एम्स की एक चिकित्सक हैं, को अस्पताल में ही आइसोलेशन में रखा गया है। तीसरा मामला गुजरात के एक तीर्थ यात्री का है, जो बदरीनाथ यात्रा पर जा रहा था। इस यात्री को कोरोना संदिग्ध पाया गया है और इसकी जांच जारी है।एम्स निदेशक की सलाह
एम्स निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को लगातार खांसी, बुखार या अन्य लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत जांच करानी चाहिए। प्रो. सिंह ने बताया कि यह वायरस वेरिएंट गंभीर नहीं है, लेकिन जिन लोगों को पहले से डायबिटीज, हृदय रोग, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियां हैं, उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और नियमित जांच करानी चाहिए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि एम्स के पास कोरोना से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं।एहतियाती कदम
कोरोना के मामलों को देखते हुए एम्स प्रशासन ने अस्पताल में एहतियाती उपाय लागू किए हैं। मरीजों की सुरक्षा और संक्रमण को रोकने के लिए आइसोलेशन प्रोटोकॉल और जांच प्रक्रियाओं को और सख्त किया गया है।सार्वजनिक अपील
प्रो. मीनू सिंह ने लोगों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेने की सलाह दी है। खासकर तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों से अनुरोध किया गया है कि वे यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
ऋषिकेश एम्स में गुजरात के तीर्थ यात्री सहित तीन कोरोना संक्रमित, सतर्कता बरतने की सलाह
